नव वर्ष
नमन करूँ नव वर्ष मैं, बने भव्य श्री धाम
भव बाधा का हरण कर , दर्शन दे श्रीराम
वर्ष बीस में विराजे , इकिस में चमत्कार
विश्व पटल पर शीर्ष हो, हो जाए जयकार
हाथ जोड़ कर नमन कर ,आये भू भगवान
मान देश का बढ़े , होगा वतन महान
अयोध्या मेंं विराजे , अपने प्रभु श्री राम
सकल काज अब बनेगें,लेकर जिनका नाम
बाँध विश्व को डोर में , बनता पालनहार
जीवन दाता वही है , करता वही संहार
सदा मर्यादित प्रभू जी , खुद कठपुतली मान
बिना हिलाये हिले नहिं ,सत्य अकाटय जान
दीर्घ काल के बाद जो , विरजे सरयू तीर
सन्तों के मुख मुदित हो ,मिटी हिया की पीर