नव वर्ष
नववर्ष जीवन की राह पर कुछ ऐसे आना
उल्लास व हर्ष की बौछार लाना
मन के दर्पण खोल भेद मिटा जाना
रवि सम अपनी कान्ति बिछा जाना
बीते वर्ष की यादें कुछ अच्छी कुछ बुरी
नववर्ष तुम खुशियों की सौगात लाना
सुख और दुःख तो दो पाटों की धुरी
पर ध्येय जीवन का पाना है जरूरी
इन्द्रधनुष से रंग भरे इस जीवन में
अमिट पहचान बनाना इस नवयुग में
आशा ओर उमंगें लिए हृदय में सराबोर
करते हैं नववर्ष का स्वागत बड़ी जोर