नये दूल्हे को नसीहत
उसकी हंसी तो
पहले ही चली गई
अब तेरी बारी है
सगाई तो हो गई अब
शादी की बारी है।।
अभी इतने हंसते
रहते हो जो तुम
कुछ दिनों की बात है
जब ये हंसी भी
हो जायेगी गुम।।
आज मिलने को
इतना तरसते हो
बाद में बोलोगे कि
मुझ पर इतना
क्यों बरसते हो।।
मिलने को कहती है
उसे अभी जो चाहत
बाद में बदल जायेगी और
जब वो मायके जायेगी
तभी मिलेगी राहत।।
अभी प्यारी लगती है
जो उसकी बातें तुम्हें
वक्त वो भी जल्द आएगा
जब बहुत चुभेगी
उसकी ये बातें तुम्हे।।
अभी उसके लिए घंटों
इंतजार भी खुशी देता है
आदत डाल दो तुम भी अब
शादीशुदा जीवन ऐसे
हजारों इम्तिहान लेता है।।
अभी तेरे बालों को
प्यार से सहलाती है जो
वो शादी के बाद बदल जायेगी
हाथ फेरेगी बालों पर तो
तुझे गंजा कर जायेगी।।