!! नफरत कहे-मुझ से भी मोहोब्बत कर लो !!
नफ़रत का भी कहना है
कभी मुझ से मोहोब्बत कर
के तो देखो
जिन्दगी भर न साथ
छोडूंगी, जरा आजमा के तो देखो
प्यार का साथ तो सदा
साथ रहने की कसम खाता है
पर नफरत की आग
कभी बुझती नहीं
रह रह कर दुहाई देती है
प्यार साथ छोड़ देता है
तो गम सहारा बन जाता है
और नफरत उस के साथ
जीने का सहारा बन जाता है
समझोता भी कर लो
तो ज्यादा नहीं चल पाता
नफरत की चिंगारी से तो
साथ कभी न छूट पाता
अजीत कुमार तलवार
मेरठ