नदिया की धार
नदियों की धार
मैं नदियों की धार बनूंगा
संग नदियों के खूब बहूँगा
पर्वत कानन अवनि सुंदर
सबमें लहर लहर लहरुंगा
मैं नदियों की धार बनूंगा
बहकर नदियों में दूर दूर तक
हरा भरा हर खलिहान करूंगा
मछली कछुआ जलपरी संग
अठखेलियां दिन रात करूंगा
मैं नदियों की धार बनूंगा
जब जब देखूं धरती सूखी
उसका अमृतपान बनूंगा
बच्चों के मन हर्षाने को
अद्भुत तरणताल बनूंगा
मैं नदियों की धार बनूंगा
मीनाक्षी वर्मा
मुरादाबाद
उत्तर प्रदेश।