पूर्बज्ज् का रतिजोगा
धोराँ धोराँ के लिए लड़ पड़ेगा, भाई- भाई आको साल रे
रात्तिजगो तो एक बहानों से, भाई- भाई लारे रोटी खावा रे
एक बरगद कि आपी सब शाखा, पतजड जैल्यो साथ मे
अब सावन की आस में, रोटी खावा हम सब खेते साथ मे
मनमुटाव आपणे मिटावाला, आकि रात पूर्बज्ज् जगावाला
पाँच गीत माया-बाया गावेला, आपणे मनरा भाव मनावेला
पूर्बज्ज भी केवेला, साल में एक रातीजगो तो भेलारो वेवेला
रातीजगा मे जावाला, आपणे सभी भाई बन्दा ने मनावाला
वावण झट पट वेवेला, खेता मे धोराँ पाछा नवा बानावाला
रातीजगा मे जावाला, हा जावाला लाडु-बाटी खूब चटकावाला
अनिल चौबिसा
9829246588