Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2024 · 1 min read

डॉ अरूण कुमार शास्त्री

डॉ अरूण कुमार शास्त्री
Today’s Thought
➖➖➖➖➖➖➖✔
कर्म को धर्म से श्रेष्ठ माना गया है… क्योंकि … धर्म करके ईश्वर से मांगना पड़ता है, जबकि .. कर्म करने से ईश्वर को खुद ही देना पड़ता है।
कर्म का फल इंसान को उसी तरह ढूंढ लेता है, जिस तरह बछड़ा सैंकड़ों गायों के बीच अपनी मां को ढूंढ लेता है
➖➖➖➖➖➖➖✔

27 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all
You may also like:
कैसे देख पाओगे
कैसे देख पाओगे
ओंकार मिश्र
ज़िन्दगी वो युद्ध है,
ज़िन्दगी वो युद्ध है,
Saransh Singh 'Priyam'
* बताएं किस तरह तुमको *
* बताएं किस तरह तुमको *
surenderpal vaidya
देशभक्त
देशभक्त
Shekhar Chandra Mitra
*जो कहता है कहने दो*
*जो कहता है कहने दो*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
एकांत
एकांत
Monika Verma
चंद हाईकु
चंद हाईकु
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
मना लिया नव बर्ष, काम पर लग जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बचपन
बचपन
Dr. Seema Varma
कविता: घर घर तिरंगा हो।
कविता: घर घर तिरंगा हो।
Rajesh Kumar Arjun
"डीजे"
Dr. Kishan tandon kranti
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गुनहगार तू भी है...
गुनहगार तू भी है...
मनोज कर्ण
बेरोजगार लड़के
बेरोजगार लड़के
पूर्वार्थ
!! दूर रहकर भी !!
!! दूर रहकर भी !!
Chunnu Lal Gupta
मनमीत
मनमीत
लक्ष्मी सिंह
नृत्य दिवस विशेष (दोहे)
नृत्य दिवस विशेष (दोहे)
Radha Iyer Rads/राधा अय्यर 'कस्तूरी'
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
*शादी के खर्चे बढ़े, महॅंगा होटल भोज(कुंडलिया)*
*शादी के खर्चे बढ़े, महॅंगा होटल भोज(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
संघर्ष वह हाथ का गुलाम है
संघर्ष वह हाथ का गुलाम है
प्रेमदास वसु सुरेखा
नमस्ते! रीति भारत की,
नमस्ते! रीति भारत की,
Neelam Sharma
Being an ICSE aspirant
Being an ICSE aspirant
Sukoon
मेरे होंठों पर
मेरे होंठों पर
Surinder blackpen
"लघु कृषक की व्यथा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
रंग तो प्रेम की परिभाषा है
रंग तो प्रेम की परिभाषा है
Dr. Man Mohan Krishna
■ कन्फेशन
■ कन्फेशन
*Author प्रणय प्रभात*
संज्ञा
संज्ञा
पंकज कुमार कर्ण
तुम ख्वाब हो।
तुम ख्वाब हो।
Taj Mohammad
says wrong to wrong
says wrong to wrong
Satish Srijan
International Self Care Day
International Self Care Day
Tushar Jagawat
Loading...