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2 Nov 2021 · 1 min read

धनवंतरी वंदना

चौपाई छंद

नमन वंदना करूँ तुम्हारी ।
धनवंतरी विष्णु अवतारी।।
अमृत कलश लेकर जग आये।
आयुर्वेद के जनक कहाये।।

औषधियों के आदि प्रवर्तक ।
निरोग जीवन के तुम रक्षक।।
समुद्र मंथन से अवतारा।
चतुर्भुजी है रूप तुम्हारा ।।

शंख चक्र अरु अमृत कलशा।
पदम हाथ देखत जन हरषा।।
जरा रोग से सबे बचाते ।
अकाल मौतहि दूर भगाते।।

जन्म दिवस कार्तिक की तेरस।
कृष्ण पक्ष पूजित धनतेरस ।।
स्वास्थ्य प्रदायक तुम भगवाना।
शरण तुम्हारी जग कल्याना।।

राजेश कुमार कौरव सुमित्र

Language: Hindi
1 Comment · 875 Views
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