“दो मीठे बोल”
“दो मीठे बोल”
अच्छे कर्म से मिलते
जीवन के दिन चार,
क्रोध त्याग प्रेम करो
यही जीवन का सार।
प्रेम-क्रोध दोनों की है
महिमा अपरम्पार,
बस दो मीठे बोल के
कायल ये संसार।
“दो मीठे बोल”
अच्छे कर्म से मिलते
जीवन के दिन चार,
क्रोध त्याग प्रेम करो
यही जीवन का सार।
प्रेम-क्रोध दोनों की है
महिमा अपरम्पार,
बस दो मीठे बोल के
कायल ये संसार।