” दो बैल “
” दो बैल ”
बैलगाड़ी में फँदे
मन्द रफ्तार से चलते
सजे-धजे दो बैल,
मानो अब होने वाला है
इस घोर कलयुग में
कोई अचरज भरा खेल।
” दो बैल ”
बैलगाड़ी में फँदे
मन्द रफ्तार से चलते
सजे-धजे दो बैल,
मानो अब होने वाला है
इस घोर कलयुग में
कोई अचरज भरा खेल।