दो-चार बात
सुबह जपू, न शाम जपू, जपू न अंधेरी रात।
कल न जाने क्या हो जाए,
इसलिए आज कर लेता हूं दो-चार बात।।
—————-०——————–
✍️जय लगन कुमार हैप्पी ⛳
सुबह जपू, न शाम जपू, जपू न अंधेरी रात।
कल न जाने क्या हो जाए,
इसलिए आज कर लेता हूं दो-चार बात।।
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✍️जय लगन कुमार हैप्पी ⛳