Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2023 · 1 min read

#दोहावली

धूप प्रेम की जो मिले, समझूँ शीतल छाँव।
पहुँच जहाँ मन शाँत हो, बड़ा शहर से गाँव।।

प्रीतम गर्मी ज्येष्ठ की, सूखे नद अरु कूप।।
गर्म हवा ने ले लिया, लू का भीषण रूप।।

गर्मी से बेहाल हैं, पशु पक्षी सब लोग।
वर्षा मुसलाधार हो, तभी शाँति संयोग।।

तपन धरा की दूर हो, बरसें घन चहुँ ओर।
फ़सलों को पोषण मिले, जीवों को सुख छोर।।

प्रीतम आँधी प्रेम की, साफ़ करे मन भेद।
देख जगत् मन बद हुआ, करे उसी से खेद।।

यौवन के उन्माद में, मस्ती का हर रंग।
नशा ग़ज़ब ऐसा चढ़े, लगती फ़ीकी भंग।।

भीषण भ्रष्टाचार में, नेताओं के गान।
भोली जनता कपट से, भूली मत का ज्ञान।।

प्रेम करें सब सत्य से, फैले जग अनुराग।
मधुर बनें संबंध सब, बुझे बुराई आग।।

बहुत मनोरम दृश्य वह, जग मधुबन-सम रीत।
फूलों-सम सब लोग हों, ले ख़ुशबू के गीत।।

जीते वह हर हाल में, नीति चले जो नेक।
नेक रीति के रंग में, बजे सफलता टेक।।

#आर. एस. ‘प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित दोहे

Language: Hindi
182 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
All good
All good
DR ARUN KUMAR SHASTRI
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
उदात्त जीवन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
मुझको अपनी शरण में ले लो हे मनमोहन हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वाह टमाटर !!
वाह टमाटर !!
Ahtesham Ahmad
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
सूने सूने से लगते हैं
सूने सूने से लगते हैं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
पुस्तकें
पुस्तकें
डॉ. शिव लहरी
जय मातु! ब्रह्मचारिणी,
जय मातु! ब्रह्मचारिणी,
Neelam Sharma
■ जैसी करनी, वैसी भरनी।।
■ जैसी करनी, वैसी भरनी।।
*प्रणय प्रभात*
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
Sanjay ' शून्य'
जानना उनको कहाँ है? उनके पते मिलते नहीं ,रहते  कहीं वे और है
जानना उनको कहाँ है? उनके पते मिलते नहीं ,रहते कहीं वे और है
DrLakshman Jha Parimal
घटा घनघोर छाई है...
घटा घनघोर छाई है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
"फसाद की जड़"
Dr. Kishan tandon kranti
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Temple of Raam
Temple of Raam
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
23/18.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/18.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"Battling Inner Demons"
Manisha Manjari
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
एक और द्रौपदी (अंतःकरण झकझोरती कहानी)
एक और द्रौपदी (अंतःकरण झकझोरती कहानी)
गुमनाम 'बाबा'
शिखर के शीर्ष पर
शिखर के शीर्ष पर
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Anil chobisa
पिता की आंखें
पिता की आंखें
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
नील पदम् के दोहे
नील पदम् के दोहे
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सत्यम शिवम सुंदरम
सत्यम शिवम सुंदरम
Madhu Shah
जो समय सम्मुख हमारे आज है।
जो समय सम्मुख हमारे आज है।
surenderpal vaidya
मेला झ्क आस दिलों का ✍️✍️
मेला झ्क आस दिलों का ✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
चाहो न चाहो ये ज़िद है हमारी,
Kanchan Alok Malu
डीजे
डीजे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
धर्म निरपेक्षता
धर्म निरपेक्षता
ओनिका सेतिया 'अनु '
सच तो यह है
सच तो यह है
Dr fauzia Naseem shad
Loading...