दोस्तो की याद
अब यारो के बहाने नही अच्छे लगते,
उनकी बातो के फ़साने अच्छे नही लगते।
जब से लक्की काम पर चला है,
यारो के मिलने के ठिकाणे नही अच्छे लगते।।
आपका अपना
लक्की सिंह चौहान
ठि.:- बनेड़ा(राजपुर)
अब यारो के बहाने नही अच्छे लगते,
उनकी बातो के फ़साने अच्छे नही लगते।
जब से लक्की काम पर चला है,
यारो के मिलने के ठिकाणे नही अच्छे लगते।।
आपका अपना
लक्की सिंह चौहान
ठि.:- बनेड़ा(राजपुर)