दोस्ती
ये जो दोस्ती है एक अलग ही एहसास है
बयाँ न हो पाए शब्दों में रिश्ता ये वो खास है
अकेलापन न सता पाए हमें, जब तू साथ है
ये जो दोस्ती है एक अलग ही एहसास है
जब भी कभी जो राहों से भटका हूँ,
तूने ही सही राह दिखाया है
रोया था कभी किसी के कारण,
तूने आके हँसना सिखाया है
जब तक है ये दोस्ती , गम न मेरे पास है
ये जो दोस्ती है एक अलग ही एहसास है
बीते जमाने को जब याद करता हूँ,
बस उसमे तुझी को पाता हूँ
उन भूले बिसरे खट्टे मिट्ठे यादों में
आंखे बंद करके खो जाता हूँ
बयाँ न हो पाए शब्दों में रिश्ता ये वो खास है
ये जो दोस्ती है एक अलग ही एहसास है