Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Dec 2018 · 1 min read

दोस्ती

ये जो दोस्ती है एक अलग ही एहसास है
बयाँ न हो पाए शब्दों में रिश्ता ये वो खास है
अकेलापन न सता पाए हमें, जब तू साथ है
ये जो दोस्ती है एक अलग ही एहसास है

जब भी कभी जो राहों से भटका हूँ,
तूने ही सही राह दिखाया है
रोया था कभी किसी के कारण,
तूने आके हँसना सिखाया है
जब तक है ये दोस्ती , गम न मेरे पास है
ये जो दोस्ती है एक अलग ही एहसास है

बीते जमाने को जब याद करता हूँ,
बस उसमे तुझी को पाता हूँ
उन भूले बिसरे खट्टे मिट्ठे यादों में
आंखे बंद करके खो जाता हूँ
बयाँ न हो पाए शब्दों में रिश्ता ये वो खास है
ये जो दोस्ती है एक अलग ही एहसास है

Language: Hindi
637 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

साजिशें ही साजिशें....
साजिशें ही साजिशें....
डॉ.सीमा अग्रवाल
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
तू मेरे ख्वाब में एक रात को भी आती अगर
Phool gufran
मर्द
मर्द
Shubham Anand Manmeet
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
हम तब तक किसी की प्रॉब्लम नहीं बनते..
Ravi Betulwala
"ये कैसा जुल्म?"
Dr. Kishan tandon kranti
"मीरा के प्रेम में विरह वेदना ऐसी थी"
Ekta chitrangini
विश्वास🙏
विश्वास🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
#लघुकथा / #भड़ास
#लघुकथा / #भड़ास
*प्रणय*
दिल में जो है वो बताया तो करो,
दिल में जो है वो बताया तो करो,
Jyoti Roshni
*मिट्टी की वेदना*
*मिट्टी की वेदना*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
........,
........,
शेखर सिंह
विश्वास
विश्वास
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
जय श्री राम!
जय श्री राम!
Dr. Bharati Varma Bourai
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
हम प्यार तुमसे कर सकते नहीं
gurudeenverma198
अपराध बोध (लघुकथा)
अपराध बोध (लघुकथा)
गुमनाम 'बाबा'
कविता: सजना है साजन के लिए
कविता: सजना है साजन के लिए
Rajesh Kumar Arjun
एक-दूसरे के लिए
एक-दूसरे के लिए
Abhishek Rajhans
मिटा लो दिल से दिल की दूरियां,
मिटा लो दिल से दिल की दूरियां,
Ajit Kumar "Karn"
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
sushil sarna
निराशा क्यों?
निराशा क्यों?
Sanjay ' शून्य'
When you strongly want to do something, you will find a way
When you strongly want to do something, you will find a way
पूर्वार्थ
कर्म कांड से बचते बचाते.
कर्म कांड से बचते बचाते.
Mahender Singh
हरसिंगार
हरसिंगार
Shweta Soni
बाल कहानी विशेषांक
बाल कहानी विशेषांक
Harminder Kaur
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
Lokesh Sharma
कुंडलिया
कुंडलिया
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दुर्दशा
दुर्दशा
RAMESH Kumar
4372.*पूर्णिका*
4372.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
sp133 मैं अज्ञानी /वामपंथी सेकुलर/ वह कलम की धार
sp133 मैं अज्ञानी /वामपंथी सेकुलर/ वह कलम की धार
Manoj Shrivastava
Loading...