Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jun 2019 · 1 min read

दोस्ती व्यापार

दुनियां में दोस्ती फकत व्यापार बन गयी,
मुहब्बत बे-वफाई की शिकार बन गयी।
भरते थे दम जो खास ज़माने में प्यार का,
आँखें खुली तो ज़िन्दगी बाज़ार बन गयी।
जब लुट गयी वफा और ज़फाओं में खो गयी,
तब ज़िन्दगी हसीन से ग़मगीन हो गयी।
कहते हैं सख्स बच गया कात था नाग का,
बे-मौत मर गया जिसे लत इश्क लग गयी।

Language: Hindi
1 Like · 504 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अर्थव्यवस्था और देश की हालात
अर्थव्यवस्था और देश की हालात
Mahender Singh
यह मत
यह मत
Santosh Shrivastava
🥀 #गुरु_चरणों_की_धूल 🥀
🥀 #गुरु_चरणों_की_धूल 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कौन कहता है कि अश्कों को खुशी होती नहीं
कौन कहता है कि अश्कों को खुशी होती नहीं
Shweta Soni
श्रद्धा और विश्वास: समझने के सरल तरीके। रविकेश झा।
श्रद्धा और विश्वास: समझने के सरल तरीके। रविकेश झा।
Ravikesh Jha
न बोले तुम
न बोले तुम
Surinder blackpen
ज़ख्म पर ज़ख्म अनगिनत दे गया
ज़ख्म पर ज़ख्म अनगिनत दे गया
Ramji Tiwari
4781.*पूर्णिका*
4781.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
परमूल्यांकन की न हो
परमूल्यांकन की न हो
Dr fauzia Naseem shad
चलो गगरिया भरने पनघट, ओ बाबू,
चलो गगरिया भरने पनघट, ओ बाबू,
पंकज परिंदा
तेरे आने की आहट
तेरे आने की आहट
Chitra Bisht
*धन्य करें इस जीवन को हम, परहित हर क्षण जिया करें (गीत)*
*धन्य करें इस जीवन को हम, परहित हर क्षण जिया करें (गीत)*
Ravi Prakash
मन की पीड़ा क
मन की पीड़ा क
Neeraj Agarwal
रात बसर कर ली रात रंगीन गुजरने की आस में,
रात बसर कर ली रात रंगीन गुजरने की आस में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
शायद जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण स्वयं को समझना है।
शायद जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण स्वयं को समझना है।
पूर्वार्थ
पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत.......
पढ़िये सेंधा नमक की हकीकत.......
Rituraj shivem verma
🙅बदलाव🙅
🙅बदलाव🙅
*प्रणय*
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
Kanchan Khanna
"पँछियोँ मेँ भी, अमिट है प्यार..!"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........
हर एक रास्ते की तकल्लुफ कौन देता है..........
कवि दीपक बवेजा
"ममतामयी मिनीमाता"
Dr. Kishan tandon kranti
हो जाती है रात
हो जाती है रात
sushil sarna
संभव की हदें जानने के लिए
संभव की हदें जानने के लिए
Dheerja Sharma
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*खो दिया है यार को प्यार में*
*खो दिया है यार को प्यार में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दर्द की धुन
दर्द की धुन
Sangeeta Beniwal
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Shyam Sundar Subramanian
जीवन की धूल ..
जीवन की धूल ..
Shubham Pandey (S P)
5. *संवेदनाएं*
5. *संवेदनाएं*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Loading...