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31 Jul 2021 · 1 min read

दोस्ती का कत्ल

इजहार ए इश्क कर तूने,
आज दोस्ती का कत्ल कर दिया

बेजुबा हो गया हूं मैं सुनकर..

पर , मेरी खामोशी का सैलाब ,
तेरे कानों में गूंजेगा जरूर पर सुनाई नहीं देगा….

मेरे जवाब की चाह, तुझे तड़पाएगी जरूर…
मगर जवाब नहीं मिलेगा….

उमेंद्र कुमार

Language: Hindi
398 Views
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