देश बने सोने की चिड़िया
जनता का आवाहन देखो करना मैं चाहता हूँ यार ।
आओ आज बताये सबको कैसे चलती है सरकार ॥
चाहे कोई करे नौकरी चाहे कोई करे व्यापार ।
पूरे दिन जब काम करेगा तब कहीँ मिलते पैसे चार ॥
टैक्स के नाम पर आधा पैसा ले लेती है यह सरकार ।
क्योंकि देश चलाने खातिर यही है उनकी इनकम यार ॥
मेहनत का पैसा है बंधु टैक्स रुप में ले सरकार ।
किंतु इसी पैसे के कारण देश में फैले भ्रष्टाचार ॥
बीस साल तक करे नौकरी नहीँ मिलेगी पैँशन यार।
नेता को बस पाँच साल में पैँशन का मिलता अधिकार ॥
देश की सम्पत्ति को बेच कर नेता करे खुद का व्यापार ।
खुद की जेबें भर लेते है भाड़ में जायें जनता यार ॥
सही हो नेता मेरे देश का इतनी सी मैं करू गुहार ।
देश बने सोने की चिड़िया सुधर जाये यदि नेता यार ॥
विजय बिज़नोरी