*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)
——————————–
देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है
( 1 )
इस दिवस इस देश को, निज एक थी भाषा मिली
देश को वाणी मिली थी, स्वर्ण-अभिलाषा मिली
स्वाभिमानी हिंद का, जयघोषमय अवतार है
( 2 )
यह दिवस आता न तो, अंग्रेज कब सच भागते
भाषा जरूरी देश को है, लोग फिर कब जागते
देश में ध्वज आँग्ल-भाषा, का अरे ! धिक्कार है
( 3 )
कह रहा यह दिन, नहीं स्वाधीनता पूरी हुई
शीर्ष पर आसीन कब, अंग्रेजियत हमने छुई
शेष अब भी देश का, गढ़ना सुखद आकार है
देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451