Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2023 · 2 min read

देशभक्ति एवं राष्ट्रवाद

देशभक्ति और राष्ट्रवाद दो अलग-अलग आदान-प्रदान हैं। देशभक्ति व्यक्ति के गहरे इष्टभाव और समर्पण को दर्शाती है, जबकि राष्ट्रवाद एक सामाजिक-राजनीतिक तत्व है जो राष्ट्र की एकता और समृद्धि के प्रति प्रतिबद्ध है। देशभक्ति व्यक्ति के भावनात्मक संबंध पर केंद्रित होती है, जबकि राष्ट्रवाद सामाजिक संबंध, शासन व्यवस्था, और राजनीतिक प्रणाली के साथ जुड़ा होता है।

**वर्तमान राजनैतिक परिदृश्य में देशभक्ति एवं राष्ट्रवाद**

आज के राजनैतिक परिदृश्य में देशभक्ति और राष्ट्रवाद नागरिक समृद्धि और एकता की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। देशभक्ति, जो एक व्यक्ति के मन, विचार, और क्रियाओं में उत्कृष्ट होती है, राष्ट्रवाद के माध्यम से समृद्धि की दिशा में परिणामी रूप से प्रवृत्त करती है।

देशभक्ति आम नागरिकों को सकारात्मक रूप से समर्पित बनाती है, जिससे समाज में सामंजस्य और समृद्धि की भावना उत्पन्न होती है। यह व्यक्ति को अपने देश के प्रति जिम्मेदारी महसूस करने पर उत्तेजित करती है और सामाजिक संबंधों को मजबूती से जोड़ती है।

राष्ट्रवाद का अर्थ है एक सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था जो राष्ट्र की एकता, धरोहर, और स्वतंत्रता को स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह राजनीतिक नेताओं और नागरिकों को साझा उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए संगठित करता है और एक समृद्ध राष्ट्र की दिशा में मार्गदर्शन करता है।

हाल की राजनैतिक घटनाओं में, देशभक्ति और राष्ट्रवाद ने विभिन्न प्रकार के समस्याओं का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं, जैसे कि सामाजिक न्याय, विकास, और सुरक्षा। राष्ट्र की सुरक्षा और सीमा सुरक्षा के दृष्टिकोण से, देशभक्ति ने नागरिकों में सामूहिक उत्साह और समर्पण भाव को बढ़ावा प्रदान किया है।

देशभक्ति और राष्ट्रवाद दो ऐसे अद्वितीय आदान-प्रदान हैं जो सामाजिक और राजनीतिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। देशभक्ति एक भावना है जो व्यक्ति को अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण में प्रेरित करती है, जबकि राष्ट्रवाद एक सिद्धांत है जो एक सामरिक और सांस्कृतिक समृद्धि की प्राप्ति के लिए राष्ट्र के संगठन और विकास की आवश्यकता को बढ़ावा देता है।

इन दोनों के विरोधाभासी आयामों के अध्ययन से हम देख सकते हैं कि कई बार देशभक्ति का उपयोग राजनीतिक और सामाजिक प्रयासों में हो सकता है, जबकि राष्ट्रवाद नागरिक समृद्धि की स्थापना के लिए उच्च स्तर पर योजनाओं और प्रक्रियाओं को प्रेरित कर सकता है। हालांकि, इन दोनों के विरोधाभासी पहलुओं को समझकर हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देशभक्ति और राष्ट्रवाद सदैव सामंजस्य और समर्थन के साथ संबंधित रहें ताकि वे सामाजिक एवं आर्थिक समृद्धि की प्रेरणा का स्रोत बन सकें।
अंततोगत्वा , देशभक्ति और राष्ट्रवाद राजनैतिक समृद्धि के मार्ग पर हमारा मार्गदर्शन करते हैं और एक सशक्त राष्ट्र की स्थापना में सहायक हो रहे हैं। इन मौलिक मूल्यों का सख्ती से पालन करना और समृद्धि के लिए समर्पित रहना हम सभी की जिम्मेदारी है।

Language: Hindi
Tag: लेख
214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
*जीवन में,
*जीवन में,
नेताम आर सी
सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सबने सलाह दी यही मुॅंह बंद रखो तुम।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
TAMANNA BILASPURI
अलमस्त रश्मियां
अलमस्त रश्मियां
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
छल.....
छल.....
sushil sarna
वह है बहन।
वह है बहन।
Satish Srijan
प्रेम गीत :- वक़्त का कारवां...
प्रेम गीत :- वक़्त का कारवां...
मनोज कर्ण
"अपनी शक्तियों का संचय जीवन निर्माण की सही दिशा में और स्वतं
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
फिलहाल अंधभक्त धीरे धीरे अपनी संस्कृति ख़ो रहे है
शेखर सिंह
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
Atul "Krishn"
मां तौ मां हैं 💓
मां तौ मां हैं 💓
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
सम्मान बचाने के लिए पैसा ख़र्च करना पड़ता है।
सम्मान बचाने के लिए पैसा ख़र्च करना पड़ता है।
Ajit Kumar "Karn"
होता अगर पैसा पास हमारे
होता अगर पैसा पास हमारे
gurudeenverma198
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
Neeraj Agarwal
सम्मान
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
योग
योग
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हृदय के राम
हृदय के राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
Rj Anand Prajapati
You're going to realize one day :
You're going to realize one day :
पूर्वार्थ
....एक झलक....
....एक झलक....
Naushaba Suriya
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
"देखो"
Dr. Kishan tandon kranti
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
विचलित लोग
विचलित लोग
Mahender Singh
4622.*पूर्णिका*
4622.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Trải nghiệm thế giới casino đỉnh cao với hàng ngàn trò chơi
Trải nghiệm thế giới casino đỉnh cao với hàng ngàn trò chơi
Vin88
Loading...