देख कर उनको
देख कर उनको
ख्वाबों में ही मुस्कराते है
मरीज़ ए इश्क़ है,
रोग दिल का बहुत पुराना है
नज़र तो मिलाते हैं उन से
डरते है डूब ना जाएं
उनकी आँखों में कहीं
इसलिए
नज़र अब चुराते है
रूठ गए हैं वो सितमगर हमसे
जान दे कर
फिर उन्हें मनाना है
हिमांशु Kulshrestha