दुर्गा भाभी
वो पोस्ट बॉक्स कहलाती थी
शिक्षित भारत का सपना रखती थी
भगत सुखदेव या यशपाल राज गुरु
भाभी-दादी-चाची बन जाती थी
लड्डू खिलाती कभी बैठक करती
स्वयं रक्त से टीका करती थी
बम बनाती पत्नी बन जाती थी
देशभक्ति का जज्बा रखती थी
आप कहो क्या नाम है उनका
आप कहो क्या काम है उनका
आज उन्हें क्या याद करोगे
उनको शीश प्रणाम कहोगे