Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2024 · 1 min read

“दुबराज”

“दुबराज”
दुबराज के भात पकने पर
सारे मोहल्लेवासी जान लेते,
उसकी खुशबू का लोहा
भला कौन नहीं मान लेते?

3 Likes · 3 Comments · 119 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

* जिन्दगी में *
* जिन्दगी में *
surenderpal vaidya
"मैं तैयार था, मगर वो राजी नहीं थी ll
पूर्वार्थ
वक़्त हमें लोगो की पहचान करा देता है
वक़्त हमें लोगो की पहचान करा देता है
Dr. Upasana Pandey
हर पल
हर पल
Minal Aggarwal
मोनू बंदर का बदला
मोनू बंदर का बदला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अच्छे कर्म का फल
अच्छे कर्म का फल
Surinder blackpen
चौपई छंद - 15 मात्रिक
चौपई छंद - 15 मात्रिक
sushil sarna
मोदी राग
मोदी राग
जय लगन कुमार हैप्पी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Rambali Mishra
कीमती समय
कीमती समय
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मीत झूठे स्वप्न टूटे
मीत झूठे स्वप्न टूटे
Sukeshini Budhawne
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
*खुशी के आँसू (छोटी कहानी)*
*खुशी के आँसू (छोटी कहानी)*
Ravi Prakash
ये ज़िंदगी एक अजीब कहानी है !!
ये ज़िंदगी एक अजीब कहानी है !!
Rachana
इक क़तरा की आस है
इक क़तरा की आस है
kumar Deepak "Mani"
सडा फल
सडा फल
Karuna Goswami
आओ!
आओ!
गुमनाम 'बाबा'
वासंती बयार
वासंती बयार
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
I Can Cut All The Strings Attached
I Can Cut All The Strings Attached
Manisha Manjari
अपनी यादों को देखा गिरफ्तार मकड़ी के जाले में
अपनी यादों को देखा गिरफ्तार मकड़ी के जाले में
Atul "Krishn"
कई रंग दिखाती है ज़िंदगी हमें,
कई रंग दिखाती है ज़िंदगी हमें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
खुशी(👇)
खुशी(👇)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
- कर्म किए जाओ -
- कर्म किए जाओ -
bharat gehlot
..
..
*प्रणय*
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
अनिल "आदर्श"
*रे इन्सा क्यों करता तकरार* मानव मानव भाई भाई,
*रे इन्सा क्यों करता तकरार* मानव मानव भाई भाई,
Dushyant Kumar
न बन बादल कोई भरा
न बन बादल कोई भरा
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
वंशबेल
वंशबेल
Shiva Awasthi
4737.*पूर्णिका*
4737.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*
*"गणतंत्र दिवस"*
Shashi kala vyas
Loading...