दुआ
रब आपको इतनी
खुशियां नसीब करे
नसीब भी आपके
नसीब की तारीफ़ करे
यूँ तो जिन्दगी में सब को
गम मिला करते हैं
रब न आपको एक भी
गम कुबूल करे
हमारा क्या है हम तो हैं
राह के एक मुसाफ़िर
आपके बदले रब हमसे
दर्द-ओ-गम वसूल करे
हम सदा दुआ देते हैं
देते रहेंगें जिंदगी भर
न रब जिंदगी आपको
कभी मायूश करे
हमारी किस्मत में जो
लिखा है वो होगा ही
रब आपकी किस्मत को आफ़ताब जैसा बुलंद करे
हम जिंदगी में न दे पाएंगे
कुछ भी शायद आपको
रब से करते हैं दुआ
आपको सारा जहां दुलार करे
आपकी जिंदगी में
न आये एक भी गम
चाहे हमारी जिंदगी की खुशियां रब कम करे
अनिल कुमार निश्छल