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28 Apr 2024 · 1 min read

दुआर तोहर

छी मनुष्य पाथर
वृरहिद् विश्व भाने
तोंहि धर्मअवतारण
शक्ति रूपे जगदबा

छी दुआर तोहर
यथार्थ अभिलाषी
धर्म तिलक राघव
सनात तिलकधारी

नित रंग माए अँजोर
रंक्ततिलक,कुलदेवी
भरत भारती अभिमान हमारि
वैदेही करू वंदन बहिन
रक्षासूत्र सँ मोअ बान्हल
माँटिक नित नव सृजन
पथिक पथ,के अधिकारी

श्रीहर्ष आचार्य

Language: Maithili
69 Views

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