दीर्घकालीन साझेदारी
प्रगति एवं विकास में साझेदारी के लिए भागीदारों के बीच पूर्णतः सोच समझ की आवश्यकता होती है , जिसमें एकीकृत नियोजित कार्रवाई , पारस्परिक प्रतिक्रिया प्रणाली , परस्पर विचारों का आदान-प्रदान, गलतियों में सुधार के लिए तथ्य खोजने वाला रवैया एवं दृष्टिकोण , एकमत निष्कर्ष, दूसरों के साथ एकीकृत संचार एवं संवाद,
इस प्रकार के संबंध को दीर्घकाल तक बनाए रखने में सहायक होता है।