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9 Nov 2018 · 1 min read

दीप को बाति से

दीप को बाति से जो प्यार मिला
तेल को जिन्दगी उधार मिला

रात भर जल वजूद को खोती
गिर जमीं पर उसे निसार मिला

दीप दिल में जले मुहब्बत के जब
प्यार को प्यार बेशूमार मिला

तीरगी को निगल लगे दीपक
आज लक्ष्मी गणेश प्यार मिला

राम सिय साथ भू पधारे अब
इस धरा पर हरेक पार मिला

79 Likes · 3 Comments · 455 Views
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