Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Mar 2023 · 1 min read

कितनी सलाखें,

कितनी सलाखें,
कितनी जेलें,
एक औरत है,
है समेटे हुये।

उस पर एक,
मुस्कान की,
चादर ऊपर है,
लपेटे हुये।
Blackpen

1 Like · 2 Comments · 148 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
हे नाथ कहो
हे नाथ कहो
Dr.Pratibha Prakash
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
कवि दीपक बवेजा
गुरु रामदास
गुरु रामदास
कवि रमेशराज
जीवनदायिनी बैनगंगा
जीवनदायिनी बैनगंगा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सौन्दर्य के मक़बूल, इश्क़! तुम क्या जानो प्रिय ?
सौन्दर्य के मक़बूल, इश्क़! तुम क्या जानो प्रिय ?
Varun Singh Gautam
कर रहे हैं वंदना
कर रहे हैं वंदना
surenderpal vaidya
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
Ajay Mishra
कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले
कभी जलाए गए और कभी खुद हीं जले
Shweta Soni
अफ़सोस
अफ़सोस
Shekhar Chandra Mitra
आप क्या
आप क्या
Dr fauzia Naseem shad
मैं तो अंहकार आँव
मैं तो अंहकार आँव
Lakhan Yadav
आज इस सूने हृदय में....
आज इस सूने हृदय में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
2990.*पूर्णिका*
2990.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मनमीत मेरे तुम हो
मनमीत मेरे तुम हो
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
जो मुस्किल में छोड़ जाए वो यार कैसा
Kumar lalit
बैठाया था जब अपने आंचल में उसने।
बैठाया था जब अपने आंचल में उसने।
Phool gufran
*केवल पुस्तक को रट-रट कर, किसने प्रभु को पाया है (हिंदी गजल)
*केवल पुस्तक को रट-रट कर, किसने प्रभु को पाया है (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
बहुत दिनों से सोचा था, जाएंगे पुस्तक मेले में।
बहुत दिनों से सोचा था, जाएंगे पुस्तक मेले में।
सत्य कुमार प्रेमी
"ये तन किराये का घर"
Dr. Kishan tandon kranti
नई जगह ढूँढ लो
नई जगह ढूँढ लो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
उदासी एक ऐसा जहर है,
उदासी एक ऐसा जहर है,
लक्ष्मी सिंह
मेला लगता तो है, मेल बढ़ाने के लिए,
मेला लगता तो है, मेल बढ़ाने के लिए,
Buddha Prakash
फूल सी तुम हो
फूल सी तुम हो
Bodhisatva kastooriya
एक नम्बर सबके फोन में ऐसा होता है
एक नम्बर सबके फोन में ऐसा होता है
Rekha khichi
■सत्ता के लिए■
■सत्ता के लिए■
*Author प्रणय प्रभात*
खरगोश
खरगोश
SHAMA PARVEEN
💐Prodigy Love-17💐
💐Prodigy Love-17💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कोशिश कम न थी मुझे गिराने की,
कोशिश कम न थी मुझे गिराने की,
Vindhya Prakash Mishra
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
Loading...