Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

दिल

ये दिल क्या चीज है,
आप मेरी जान लीजिए l

मेरे लिए आप क्या मायने हो,
आपको शब्दों में बयां नहीं कर सकती l

हर लम्हां आपके लिए,
एक ध्रुवतारा जैसा हो l

आप मेरे लिए एक पारस हो,
हर नायाब वस्तु से ऊपर हो l

#ऐसे हो तुम मेरे सिर्फ मेरे सनम 💐

तुम्हारी शीमा

Language: Hindi
4 Likes · 90 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
.........,
.........,
शेखर सिंह
ये क़िताब
ये क़िताब
Shweta Soni
आप किससे प्यार करते हैं?
आप किससे प्यार करते हैं?
Otteri Selvakumar
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
कुछ पल साथ में आओ हम तुम बिता लें
Pramila sultan
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
सुनों....
सुनों....
Aarti sirsat
बेरोजगारी
बेरोजगारी
साहित्य गौरव
देश की आजादी की सुबह
देश की आजादी की सुबह
रुपेश कुमार
*मानपत्रों से सजा मत देखना उद्गार में (हिंदी गजल/
*मानपत्रों से सजा मत देखना उद्गार में (हिंदी गजल/
Ravi Prakash
मुहब्बत
मुहब्बत
Dr. Upasana Pandey
4221💐 *पूर्णिका* 💐
4221💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
शीर्षक – कुछ भी
शीर्षक – कुछ भी
Sonam Puneet Dubey
At the end of the day, you have two choices in love – one is
At the end of the day, you have two choices in love – one is
पूर्वार्थ
संघर्ष का सफर
संघर्ष का सफर
Chitra Bisht
लोग जाने किधर गये
लोग जाने किधर गये
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*कौन है ये अबोध बालक*
*कौन है ये अबोध बालक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"दानव-राज" के हमले में "देव-राज" की मौत। घटना "जंगल-राज" की।
*प्रणय प्रभात*
राह दिखा दो मेरे भगवन
राह दिखा दो मेरे भगवन
Buddha Prakash
आत्म साध्य विचार
आत्म साध्य विचार
Neeraj Mishra " नीर "
जय हो जनता राज की
जय हो जनता राज की
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
gurudeenverma198
"आजादी जिन्दाबाद"
Dr. Kishan tandon kranti
ये तलाश सत्य की।
ये तलाश सत्य की।
Manisha Manjari
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
सिय का जन्म उदार / माता सीता को समर्पित नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"घर की नीम बहुत याद आती है"
Ekta chitrangini
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Surinder blackpen
अश्रुऔ की धारा बह रही
अश्रुऔ की धारा बह रही
Harminder Kaur
निकलती हैं तदबीरें
निकलती हैं तदबीरें
Dr fauzia Naseem shad
बैठा हूँ उस राह पर जो मेरी मंजिल नहीं
बैठा हूँ उस राह पर जो मेरी मंजिल नहीं
Pushpraj Anant
Loading...