दिल में हमारे देशप्रेम है
दिल में हमारे देशप्रेम है, होठों पर यह जुबानी।
कुर्बान हैं हम वतन पर, हम है हिंदुस्तानी।।
दिल में हमारे देशप्रेम है——————-।।
हर मजहब यहाँ आबाद है, हर समाज है खुशहाल।
आपस में भाईचारा है, सबकी यहाँ सार-सम्भाल।।
वसुदैव कुटुम्बकम की, हर ग्रन्थ में वाणी- कहानी।
कुर्बान है हम वतन पर, हम है हिंदुस्तानी।।
दिल में हमारे देशप्रेम है——————–।।
आबाद प्रेम है हर दिल का, हर दिल के साथ इंसाफ है।
मौजूद है अमर प्रेम कहानियां, हर दिल पाक साफ है।।
मोहब्बत में भी है संस्कार, सभ्यता की निशानी।
कुर्बान है हम वतन पर, हम है हिंदुस्तानी।।
दिल में हमारे देशप्रेम है——————-।।
जान से प्यारा यह तिरंगा, करते हैं इसको सलाम।
शहीदों की अमर निशानी यह,देशभक्ति का पैगाम।।
हो गए इसके लिए कुर्बान वीर,करके कुर्बान जवानी।
कुर्बान है हम वतन पर, हम है हिंदुस्तानी।।
दिल में हमारे देशप्रेम है——————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847