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11 Nov 2023 · 1 min read

दिल नहीं

मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है।
ख़्वाब देखा जो मैं ने झूटा है ।।

यूँ ही तुम से ख़फ़ा नहीं हैं हम ।
दिल नहीं ए’तिबार टूटा है ।।

कुछ नहीं तुझ से प्यार है शायद ।
तेरा एहसास दिल को छूता है ।।

क्यों बिछड़ कर बिछड़ नहीं पाए ।
साथ कब से हमारा छूटा है ।।

हम मुक़द्दर तो लिख नहीं सकते ।
जो भी अपना है वो ही रूठा है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
4 Likes · 241 Views
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