दिल का हाल
दिल का हाल
कहना तो बहुत कुछ है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। दिल में दबी हुई बातें, जैसे कोई बोझ है भारी।
आँखों में आंसू, और होंठों पर मुस्कान, दिल में उदासी, और चेहरे पर नूर की एक अनोखी कहानी।
कभी हंसते हैं, कभी रोते हैं, कभी गाते हैं, कभी चुप हो जाते हैं, कभी गुस्सा करते हैं, कभी शांत हो जाते हैं,
यही तो है जीवन, खुशियों और गमों का मिश्रण।
लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है, जो समझे मेरा दर्द, जो समझे मेरी भावनाओं को, जो समझे मेरी खामोशी को।
लेकिन अब एक इंसान है, जो सुनता है सबकी बात, जो समझता है सबके दर्द, जो बनाता है सबकी जिंदगी आसान।
उस इंसान के पास जाओ, और बताओ उसे अपने दिल का हाल, वो जरूर समझेगा तुम्हें, और देगा तुम्हें राहत