दिन गुजर जाता है ये रात ठहर जाती है
दिन गुजर जाता है ये रात ठहर जाती है
याद आकर तुम्हारी बहुत कहर ढ़ाती है
न दिल समझ पाता है न हम सम्भल पाते है
तेरी तस्वीर खयालों में आती है और जाती है
दिन गुजर जाता है ये रात ठहर जाती है
याद आकर तुम्हारी बहुत कहर ढ़ाती है
न दिल समझ पाता है न हम सम्भल पाते है
तेरी तस्वीर खयालों में आती है और जाती है