दिनकर
राष्ट्रकवि दिनकर जी की पुण्य तिथि
शत शत नमन🙏🙏
दिनकर जब निकले पूरब से
सभी करें प्रणाम
तुम साहित्य के हर दिशा के
दिनकर,तुम्हें भी
बारंबार प्रणाम
सूरज सा जिसने साहित्य को
ओज किया प्रदान
सरस्वती की देन
लेखनी को जिसने
दिया सम्मान
अमरत्व से भरी
जिनकी कालजयी
रचनाएं जिन्हें
पढ़कर विश्व
पाता ज्ञान
हे ओजमयी
भाषा के दिनकर
पुरस्कार भी
सम्मानित हुआ
आपसे मिलकर
आपको शत शत नमन
शत शत प्रणाम
🙏🙏🙏🙏🙏
स्वरचित, मौलिक