दामन भिगाया नही करते
तेरी तस्वीर को भी अब दूर से देख लिया करते है
अपने आँसुओ से हम किसी का दामन भिगाया नही करते
कुछ बोलू तो रख देता है मेरे लबों पे हाथ अपने
कहता, मुलाकात के लम्हो को यू जाया नही करते
ये इश्क़ है मेरी जा तो, मुझसे कुछ ज्यादा कर
मोहब्बत की दुनिया में, भूल कर भी बकाया नही करते
ये हमारे उम्मीदों का महल है, वफादारी से बनायेगे
बेमतलब का शक कर उसे ग़लतफ़हमी से सजाया नही करते
बहुत भीड़ है इस मौका परस्त दुनिया मे हर जगह
दिल में किसी को रख के, दिल का किराया नही करते
नाराज़ हो जाता है वो अक्सर मुझसे किसी बात पर
जो खाऊ कसम उसे मनाने में तो कहता, हम यकीन नही करते
झुका लू जब पलकें अपनी, जब चूमे वो ज़बी को
शिकायत यही उसकी, के यार से यू शरमाया नही करते
क्यों लाते हो किसी और का फिक्र अपने ख्याल में
जो तुमपे मरता हो उसका दिल यू दुखया नही करते
अपनी हर बात में, चाहत ज़ाहिर की है मैंने तेरे लिए
यू बात बात पे अपनी मेहबूबा को आजमाया नही करते