Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2021 · 1 min read

दादी मेरी दादी

दादी मेरी दादी, दादी मेरी दादी।
कितनी प्यारी-प्यारी मेरी दादी।।
हर घड़ी मुस्कुराने वाली मेरी दादी।
कभी न रोने वाली मेरी दादी।।
परिवार का ध्यान रखने वाली मेरी दादी।
हम सभी को समझाने वाली मेरी दादी।।
हसी से गीत गाने वाली मेरी दादी।
हर वक्त साथ देने वाली मेरी दादी।।
हमको जीना सिखाने वाली मेरी दादी।
रोते हुए को हंसाने वाली मेरी दादी।।
क्यों रूठ गई हो मुझसे मेरी दादी।
हर पल का आनंद उठाने वाली मेरी दादी।।
मन मे आस्था जगाने वाली मेरी दादी।
हर मुश्किल में साथ देने वाली मेरी दादी।।

Language: Hindi
1 Like · 369 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
गोलू देवता मूर्ति स्थापना समारोह ।
श्याम सिंह बिष्ट
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चेहरे के भाव
चेहरे के भाव
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"साजन लगा ना गुलाल"
लक्ष्मीकान्त शर्मा 'रुद्र'
अपने प्रयासों को
अपने प्रयासों को
Dr fauzia Naseem shad
????????
????????
शेखर सिंह
जीवन के बसंत
जीवन के बसंत
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"दुर्भाग्य"
Dr. Kishan tandon kranti
आगाज़
आगाज़
Vivek saswat Shukla
दिन की शुरुआत
दिन की शुरुआत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दुर्गा माँ
दुर्गा माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चंद दोहे नारी पर...
चंद दोहे नारी पर...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Mystical Love
Mystical Love
Sidhartha Mishra
लोकतंत्र का मंदिर
लोकतंत्र का मंदिर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
#प्रभा कात_चिंतन😊
#प्रभा कात_चिंतन😊
*Author प्रणय प्रभात*
2908.*पूर्णिका*
2908.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-359💐
💐प्रेम कौतुक-359💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ अलग ही प्रेम था,हम दोनों के बीच में
कुछ अलग ही प्रेम था,हम दोनों के बीच में
Dr Manju Saini
" छोटा सिक्का"
Dr Meenu Poonia
*जहां जिसका दाना पानी लिखा रहता है,समय उसे वहां पे बुलाता है
*जहां जिसका दाना पानी लिखा रहता है,समय उसे वहां पे बुलाता है
Shashi kala vyas
विधाता का लेख
विधाता का लेख
rubichetanshukla 781
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
Ranjeet kumar patre
रंगों में भी
रंगों में भी
हिमांशु Kulshrestha
*निरोगी तन हमेशा सुख का, मूलाधार होता है 【मुक्तक】*
*निरोगी तन हमेशा सुख का, मूलाधार होता है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
💐💐दोहा निवेदन💐💐
💐💐दोहा निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
पूछा किसी ने  इश्क में हासिल है क्या
पूछा किसी ने इश्क में हासिल है क्या
sushil sarna
चलो हम सब मतदान करें
चलो हम सब मतदान करें
Sonam Puneet Dubey
बार बार बोला गया झूठ भी बाद में सच का परिधान पहन कर सच नजर आ
बार बार बोला गया झूठ भी बाद में सच का परिधान पहन कर सच नजर आ
Babli Jha
बेदर्द ...................................
बेदर्द ...................................
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
Loading...