Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2018 · 2 min read

*** दादाजी का नयनतारा ***

।।ॐ।।
*** दादाजी का नयनतारा ***
# चलो आज कुछ हसीन पलों को दादाजी के साथ में बिताते हैं
उन गुजरे लम्हों अतीत की यादों के पन्नों को फिर से पलटते जाते हैं
# कुछ सुनी अनसुनी बातों को समेटकर हँसी ठहाके लगाके मुस्कराते हैं
धीरे से कुछ बातों ही बातों में दादाजी की पोते से फिर बहस छिड़ जाती है
# दादाजी ने पोते से कहा कि बेटा अब तुम तो बड़े हो गए जिम्मेदारी सौंपी जानी है
कुछ बनकर सामने आओ मिलकर काम सम्हालना राहत हमे दे जाना है
# ढलती उम्र का तकादा नजरें कमजोर हो चुकी आँखों से कुछ भी दीखता नही है
शरीर कमजोर ढीला सा पड़ गया ना जाने कब क्या हो जाने वाला है
# तुम्हें बड़ा आदमी बनता देखने के लिए मन को तसल्ली दे जाता हूँ
उन हसीन पलों को महसूस करने के लिए अपने इन कानों से सुनने तरस जाता हूँ
# उस पर तपाक से पोते ने बोला चिंता क्यों करते हो दादाजी कुछ बनकर दिखलाऊंगा
अपने सपनों को खोजता फिरता हकीकत में अपनी मंजिल तक पहुँच ही जाऊँगा
#अटल विश्वास दृढ़ इच्छाशक्ति की आशाओं में उम्मीद की किरणें अभी बाकी है
सारी दुनिया देखेगी आपके आशीर्वादों,दुआओं का असर अभी बाकी है।
# एक दिन आपके आशीष वचनों की पुकार सुनकर मेरा सपना सार्थक साकार हो जायेगा
सिर पर हाथों का स्पर्श से चमत्कार हो जाय फिर आपसे आकर गले लगाना बाकी है।
# उच्च पदों की कुर्सी में बैठकर अधिकारी अफसर बेटा कहलाऊँगा
इंतजार की घड़ियां नजदीक आ रही मुझे देखकर गदगद हो खुशियों की बारिश कर जाऊँगा
# दादाजी ने कहा बेटा जल्दी से अफसर बनकर कानों के सहारों से कर्णप्रिय कुछ सुन जाऊँगा
नैनो से तो बात ना होती नजरें धोखा दे गई है लेकिन कानों से सुनकर तर जाऊँगा
# ये सब बातें सुनकर पोते की आँखे भर आयी थी
नयन मूंदकर चुपके से माँ के पास बैठ आकर बोला
माँ क्या दादाजी की आँखों का कुछ हो सकता है उनकी नई आँखों की व्यवस्था कर नैनो को रोशनी दे जाते हैं
मुझे अफसर बनते देखकर उनकी आँखों में नया उजाला भर दे जाते हैं।
माँ ने फिर भीगी पलकों से बेटे को गले लगा सिर पर हाथ सहला कर बोला
बेटा तुम बड़े महान हो ,हम सभी का अभिमान हो परिवार का चिराग रौशन नई पहचान हो
दामन फैलाकर ईश्वर से करूँ फरियाद सफलता कदम चूमे मेरे बेटे तुम बड़े महान हो
# आने वाली हरेक पीढ़ीयां गर्व करेगें एक
अनोखी अदाओं की पहचान हो
चिरागों को रौशन कर उज्ज्वल भविष्य की नई दिशाओं की ओर आकर्षित नवीन ज्ञान ,मान सम्मान हो
दादाजी का नयनतारा बनकर सुखद सपनों को सार्थक साकार कर उनके दिल के अरमान हो
बुढ़ापे की लाठी का सहारा बनकर एक नई पहचान हासिल कर नई पीढ़ियों की सुखद मिसाल हो ।
*** राधैय राधैय जय श्री कृष्णा ***
*# श्रीमती शशिकला व्यास ***
## भोपाल मध्यप्रदेश #

Language: Hindi
6 Likes · 2 Comments · 294 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
मैं इस दुनिया का सबसे बुरा और मुर्ख आदमी हूँ
Jitendra kumar
** गर्मी है पुरजोर **
** गर्मी है पुरजोर **
surenderpal vaidya
Style of love
Style of love
Otteri Selvakumar
ज़िद
ज़िद
Dr. Seema Varma
पागलपन
पागलपन
भरत कुमार सोलंकी
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"उल्लू"
Dr. Kishan tandon kranti
सुंदर नयन सुन बिन अंजन,
सुंदर नयन सुन बिन अंजन,
Satish Srijan
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग।
सत्य कुमार प्रेमी
आज परी की वहन पल्लवी,पिंकू के घर आई है
आज परी की वहन पल्लवी,पिंकू के घर आई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जय श्री राम
जय श्री राम
Er.Navaneet R Shandily
■ सवालिया शेर-
■ सवालिया शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
फूल ही फूल
फूल ही फूल
shabina. Naaz
बस जाओ मेरे मन में
बस जाओ मेरे मन में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दिए जलाओ प्यार के
दिए जलाओ प्यार के
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आत्मीयकरण-1 +रमेशराज
आत्मीयकरण-1 +रमेशराज
कवि रमेशराज
जीत जुनून से तय होती है।
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
इश्क बाल औ कंघी
इश्क बाल औ कंघी
Sandeep Pande
सम्बन्धों  में   हार  का, अपना  ही   आनंद
सम्बन्धों में हार का, अपना ही आनंद
Dr Archana Gupta
किन्नर व्यथा...
किन्नर व्यथा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
पुत्र एवं जननी
पुत्र एवं जननी
रिपुदमन झा "पिनाकी"
J
J
Jay Dewangan
मैं फक्र से कहती हू
मैं फक्र से कहती हू
Naushaba Suriya
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
नाचणिया स नाच रया, नचावै नटवर नाथ ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*बाल गीत (मेरा मन)*
*बाल गीत (मेरा मन)*
Rituraj shivem verma
शिक्षक
शिक्षक
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ओ मेरी जान
ओ मेरी जान
gurudeenverma198
दिल का हर अरमां।
दिल का हर अरमां।
Taj Mohammad
2353.पूर्णिका
2353.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...