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8 Oct 2021 · 1 min read

दंगा

जितने थे लोग वस्त्रमय सब हो गये नंगे।
जब भी हुए हैं झगड़े जब भी हुए हैं दंगे।
—————————————-

Language: Hindi
Tag: शेर
290 Views
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