Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2023 · 1 min read

2432.पूर्णिका

2432.पूर्णिका
🌷जो सोचा वो पाया हमने🌷
22 22 22 22
जो सोचा वो पाया हमने ।
सबका मान बढ़ाया हमने ।।
नफरत की ये दीवार मिटे।
जब भी हाथ बढ़ाया हमने ।।
सपनें देखें झूमे नाचे ।
मिलके सजन बढ़ाया हमने ।।
दुनिया की अजब कहानी है ।
अपना काम बढ़ाया हमने।।
जीवन महके हरदम खेदू ।
ऐसा कदम बढ़ाया हमने।।
………..✍डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
13-8-2023रविवार

439 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जन गण मन अधिनायक जय हे ! भारत भाग्य विधाता।
जन गण मन अधिनायक जय हे ! भारत भाग्य विधाता।
Neelam Sharma
हमारा देश
हमारा देश
Neeraj Agarwal
*जाते हैं जग से सभी, राजा-रंक समान (कुंडलिया)*
*जाते हैं जग से सभी, राजा-रंक समान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
निगाहें के खेल में
निगाहें के खेल में
Surinder blackpen
कोशिश
कोशिश
Dr fauzia Naseem shad
नाज़ुक सा दिल मेरा नाज़ुकी चाहता है
नाज़ुक सा दिल मेरा नाज़ुकी चाहता है
ruby kumari
एक मशाल जलाओ तो यारों,
एक मशाल जलाओ तो यारों,
नेताम आर सी
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
दूर क्षितिज के पार
दूर क्षितिज के पार
लक्ष्मी सिंह
💐प्रेम कौतुक-310💐
💐प्रेम कौतुक-310💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मातृ दिवस
मातृ दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"चक्र"
Dr. Kishan tandon kranti
♥️
♥️
Vandna thakur
मत खोलो मेरी जिंदगी की किताब
मत खोलो मेरी जिंदगी की किताब
Adarsh Awasthi
मुख्तसर हयात है बाकी
मुख्तसर हयात है बाकी
shabina. Naaz
✍️पर्दा-ताक हुवा नहीं✍️
✍️पर्दा-ताक हुवा नहीं✍️
'अशांत' शेखर
2778. *पूर्णिका*
2778. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
👌फिर हुआ साबित👌
👌फिर हुआ साबित👌
*Author प्रणय प्रभात*
बौद्ध धर्म - एक विस्तृत विवेचना
बौद्ध धर्म - एक विस्तृत विवेचना
Shyam Sundar Subramanian
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
निभाने वाला आपकी हर गलती माफ कर देता और छोड़ने वाला बिना गलत
Ranjeet kumar patre
कर्म-धर्म
कर्म-धर्म
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
मगर अब मैं शब्दों को निगलने लगा हूँ
मगर अब मैं शब्दों को निगलने लगा हूँ
VINOD CHAUHAN
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
🥀*गुरु चरणों की धूल* 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अगर तलाश करूं कोई मिल जायेगा,
अगर तलाश करूं कोई मिल जायेगा,
शेखर सिंह
जेष्ठ अमावस माह का, वट सावित्री पर्व
जेष्ठ अमावस माह का, वट सावित्री पर्व
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तभी भला है भाई
तभी भला है भाई
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"आधुनिक नारी"
Ekta chitrangini
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
Vicky Purohit
वो मुझ को
वो मुझ को "दिल" " ज़िगर" "जान" सब बोलती है मुर्शद
Vishal babu (vishu)
Loading...