Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

थोड़ा Success हो जाने दो यारों…!!

थोड़ा Success हो जाने दो यारों,
अपनी कहानी भी सबको सुनाऊंगा,
थोड़ा वक़्त लगेगा… पर इसी महफ़िल में लौट कर वापस आऊंगा !
दुनिया की तमाम बंदिशे तोड़कर निकल पड़ा हूँ अपने रास्ते,
ना चाहत कोई…ना किसी की आदत मुझे..
ना मेरी नज़र में कोई.. ना मुझ पर किसी की नज़र…
एक शोर है मेरे अंदर..जों बाहर से शांत दिखता है,
ज्यादा किसी से बनती नहीं मेरी..फिर भी अपनापन बिखेरता हूँ,
थोड़ा गुरुर भी है मुझमें..जाने किस बात पर अकड़ता हूँ ,
थोड़ा खुद में भी हूँ मगरूर..इसलिए शायद किसी की कदर भी नहीं करता हूँ,
कुछ तोडना चाहते है मुझको..
उन्हें पता नहीं शायद.. पहले से ही कितना टूटा हुआ हूँ मैं,
कुछ छोड़ना चाहते है मुझको..
उन्हें नहीं पता शायद.. पहले ही कितनों से बिछड़ चूका हूँ मैं,
कोई आरोप लगाते है मुझपर..कोई आवेग दिखाते है मुझपर,
किस -किस को मैं बताऊँ.. कितना उलझा हुआ हूँ मैं,
लोगों से दूरी बनाये चलता हूँ..अब किसी बात पे नहीं बिगड़ता हूँ,
कभी खोया रहता हूँ खुद के ख्यालों में..कभी किसी की यादों में खुद को ढकेलता हूँ,
निकल आता हूँ जल्द ही इन बातों से.. ज्यादा वक़्त भी ख़्वाबों में नहीं रहता हूँ मैं,
अब सोच लिया है मैंने.. ज़ब भी मेरा वक़्त आएगा..वही मेरा दौर लाएगा…
जों भी चाहिए मुझे जिन्दगी में..वही सब हक़ीक़त बनाएगा,
थोड़ा Success तो हो जाने दो यारों..
एक दिन अपनी कहानी मैं भी सबको सुनाऊंगा,
थोड़ा वक़्त लगेगा मगर..
इसी महफ़िल में लौटकर आऊंगा…!!

❤️ Love Ravi ❤️

Language: Hindi
Tag: लेख
4 Likes · 4 Comments · 69 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बिछ गई चौसर चौबीस की,सज गई मैदान-ए-जंग
बिछ गई चौसर चौबीस की,सज गई मैदान-ए-जंग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
" जब तक आप लोग पढोगे नहीं, तो जानोगे कैसे,
शेखर सिंह
अपनों की जीत
अपनों की जीत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
विपत्ति आपके कमजोर होने का इंतजार करती है।
विपत्ति आपके कमजोर होने का इंतजार करती है।
Paras Nath Jha
धिक्कार है धिक्कार है ...
धिक्कार है धिक्कार है ...
आर एस आघात
*सीता जी : छह दोहे*
*सीता जी : छह दोहे*
Ravi Prakash
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
यादें
यादें
Dr. Rajeev Jain
हरि का घर मेरा घर है
हरि का घर मेरा घर है
Vandna thakur
ये उदास शाम
ये उदास शाम
shabina. Naaz
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
मैं हूँ कि मैं मैं नहीं हूँ
मैं हूँ कि मैं मैं नहीं हूँ
VINOD CHAUHAN
प्राण प्रतिष्ठा
प्राण प्रतिष्ठा
Mahender Singh
मेरी जान ही मेरी जान ले रही है
मेरी जान ही मेरी जान ले रही है
Hitanshu singh
इतनी सी बस दुआ है
इतनी सी बस दुआ है
Dr fauzia Naseem shad
SAARC Summit to be held in Nepal on 05 May, dignitaries to be honoured
SAARC Summit to be held in Nepal on 05 May, dignitaries to be honoured
World News
আমি তোমাকে ভালোবাসি
আমি তোমাকে ভালোবাসি
Otteri Selvakumar
विकृत संस्कार पनपती बीज
विकृत संस्कार पनपती बीज
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अब तो आओ न
अब तो आओ न
Arti Bhadauria
हाथ की लकीरें
हाथ की लकीरें
Mangilal 713
खुश वही है जिंदगी में जिसे सही जीवन साथी मिला है क्योंकि हर
खुश वही है जिंदगी में जिसे सही जीवन साथी मिला है क्योंकि हर
Ranjeet kumar patre
■ आई बात समझ में...?
■ आई बात समझ में...?
*प्रणय प्रभात*
रुक्मिणी संदेश
रुक्मिणी संदेश
Rekha Drolia
2938.*पूर्णिका*
2938.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ये लोकतंत्र की बात है
ये लोकतंत्र की बात है
Rohit yadav
कड़वा है मगर सच है
कड़वा है मगर सच है
Adha Deshwal
हर दिन रोज नया प्रयास करने से जीवन में नया अंदाज परिणाम लाता
हर दिन रोज नया प्रयास करने से जीवन में नया अंदाज परिणाम लाता
Shashi kala vyas
कोई पढ़ ले न चेहरे की शिकन
कोई पढ़ ले न चेहरे की शिकन
Shweta Soni
"मानव-धर्म"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
मुहब्बत में उड़ी थी जो ख़ाक की खुशबू,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...