तो मैं हूँ
मैं तो मैं हूँ
मैं तो बस मैं ही हूँ
चाहे जैसी भी हूँ,
खुद से ही खुश हूँ
चाहे कैसी भी हूँ…..
मैं अति सुन्दर भी नही
छरहरी काया भी नही
सुंदरियों सी सुंदरता नही
पर खुद पे नाज़ हैं…
आत्मविश्वास भरा मुझ में
और हिम्मत पूरी है मुझ में
क्या करूँ क्या नहीं?पता हैं मुझे
पूरा विश्वास करूँ ….
सबकी परवाह करती आई हूं
अब तो जी चाहता है खुश रहूँ
वो करूँ जो दिल मे दबा सा हैं
दिल की चाह पूरी करूँ…
बच्चे परदेश बसने वाले हैं
घर अपना बनाने वाले है
मैं भी चुनूँगी अब अपने पसंद की
जमीं और आसमान….
…. मैं तो मैं हूँ….