तेरे वास्ते छोड़ दूंगा ये दुनियां,
तेरे वास्ते छोड़ दूंगा ये दुनियां,
तू जब छोड़के मुझको जाने लगेगा
यादों में हर पल तड़पता रहूंगा,
तू मुंह मोड के मुझसे जाने लगेगा
जो गुजारे है हमने संग में जमाने,
उन्हें याद कर आंसू बहाने लगूंगा
पागल था मुझको कहेगा जमाना,
तुझे याद कर बड़ बड़ाने लगूंगा
सदा खुश रहे तू मेरी आरजू है,
में जैसा रहूं वो मेरी जिंदगी है
पागल न होकर “पागल” रहूंगा,
“कृष्णा” से मेरी यही बंदगी है
कृष्णकांत गुर्जर धनौरा