— तेरा मेरा आना जाना –
तेरा मेरा आना जाना
क्या ले जाना, क्या छोड़ जाना
ना बहा आँसू किसी के जाने से
यह तो दुनिया का दस्तूर पुराना !!
अगर कोई जाएगा नही
तो दूसरा आएगा कैसे
यह खेल है निराला रब का
किसी की समझ में आये ऐसे !!
रोता है इंसान बस में नही कुछ
दे तो गया जाने वाला सब कुछ
अब तेरा काम है सब करना
उस के जाने से अब तू न पछता !!
जमीन यही रहेगी बेशक
सब जगह समुद्र बन जाए
वो आत्मा थी जो चली गयी
न जाने किस रूप में फिर आ जाए !!
होश में आ ओ बन्दे
मत घबरा किसी चीज से
तू अकेला है ही कहाँ दुनिया में
जब उप्पर वाला हर दम तेरे साथ में !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ