Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Apr 2024 · 1 min read

“तू है तो”

“तू है तो”
तू है तो ये खूबसूरत जहां है,
जहाँ भी नजर जाती तू वहाँ है।

2 Likes · 2 Comments · 21 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
बेटी को जन्मदिन की बधाई
बेटी को जन्मदिन की बधाई
लक्ष्मी सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
श्रेष्ठों को ना
श्रेष्ठों को ना
DrLakshman Jha Parimal
Lambi khamoshiyo ke bad ,
Lambi khamoshiyo ke bad ,
Sakshi Tripathi
लालची नेता बंटता समाज
लालची नेता बंटता समाज
विजय कुमार अग्रवाल
वर्तमान गठबंधन राजनीति के समीकरण - एक मंथन
वर्तमान गठबंधन राजनीति के समीकरण - एक मंथन
Shyam Sundar Subramanian
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
Neelam Sharma
2789. *पूर्णिका*
2789. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
जब  फ़ज़ाओं  में  कोई  ग़म  घोलता है
जब फ़ज़ाओं में कोई ग़म घोलता है
प्रदीप माहिर
**पी कर  मय महका कोरा मन***
**पी कर मय महका कोरा मन***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
ख़ामोशी है चेहरे पर लेकिन
पूर्वार्थ
"फासले उम्र के" ‌‌
Chunnu Lal Gupta
रदुतिया
रदुतिया
Nanki Patre
कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो!
कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो!
सत्य कुमार प्रेमी
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
नौ वर्ष(नव वर्ष)
नौ वर्ष(नव वर्ष)
Satish Srijan
वार्तालाप अगर चांदी है
वार्तालाप अगर चांदी है
Pankaj Sen
पिता मेंरे प्राण
पिता मेंरे प्राण
Arti Bhadauria
"संयोग-वियोग"
Dr. Kishan tandon kranti
उधार और मानवीयता पर स्वानुभव से कुछ बात, जज्बात / DR. MUSAFIR BAITHA
उधार और मानवीयता पर स्वानुभव से कुछ बात, जज्बात / DR. MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
Dr Archana Gupta
काश वो होते मेरे अंगना में
काश वो होते मेरे अंगना में
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
प्रेम
प्रेम
Pratibha Pandey
बेटियां
बेटियां
Madhavi Srivastava
पर्यावरण में मचती ये हलचल
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
पर दारू तुम ना छोड़े
पर दारू तुम ना छोड़े
Mukesh Srivastava
*मृत्यु (सात दोहे)*
*मृत्यु (सात दोहे)*
Ravi Prakash
अन्तिम स्वीकार ....
अन्तिम स्वीकार ....
sushil sarna
जिंदगी कंही ठहरी सी
जिंदगी कंही ठहरी सी
A🇨🇭maanush
Loading...