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26 Apr 2024 · 1 min read

“तू ठहरा सूरज”

“तू ठहरा सूरज”
तू ठहरा सूरज
तुझे मालूम कहाँ
रात का दुःख,
किसी दिन उतर
मेरे आँगन में
शाम ढलने के बाद।

3 Likes · 3 Comments · 92 Views
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