Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2024 · 1 min read

3008.*पूर्णिका*

3008.*पूर्णिका*
🌷 आया बसंत का मौसम है
2212 122 22
आया बसंत का मौसम है ।
भाया बसंत का मौसम है ।।
देखो सजन यहाँ मादकता ।
छाया बसंत का मौसम है ।।
भौरें जहाँ कहीं गाते अब।
माया बसंत का मौसम है ।।
सब प्यार में हुए दीवाना ।
पाया बसंत का मौसम है ।।
खुद पे यकीं महकते खेदू।
लाया बसंत का मौसम है ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
14-02-2024बुधवार

76 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"जीवन की परिभाषा"
Dr. Kishan tandon kranti
बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
डा गजैसिह कर्दम
हिंदू धर्म की यात्रा
हिंदू धर्म की यात्रा
Shekhar Chandra Mitra
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" चलन "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
गरीबी और भूख:समाधान क्या है ?
गरीबी और भूख:समाधान क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
सवाल जवाब
सवाल जवाब
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बंधे धागे प्रेम के तो
बंधे धागे प्रेम के तो
shabina. Naaz
*** मुफ़लिसी ***
*** मुफ़लिसी ***
Chunnu Lal Gupta
पत्थर - पत्थर सींचते ,
पत्थर - पत्थर सींचते ,
Mahendra Narayan
तूफान आया और
तूफान आया और
Dr Manju Saini
हवा में हाथ
हवा में हाथ
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
सुबह को सुबह
सुबह को सुबह
rajeev ranjan
जलाना आग में ना ही मुझे मिट्टी में दफनाना
जलाना आग में ना ही मुझे मिट्टी में दफनाना
VINOD CHAUHAN
दिनांक - २१/५/२०२३
दिनांक - २१/५/२०२३
संजीव शुक्ल 'सचिन'
हमेशा समय के साथ चलें,
हमेशा समय के साथ चलें,
नेताम आर सी
#सामयिक_गीत :-
#सामयिक_गीत :-
*Author प्रणय प्रभात*
पूछूँगा मैं राम से,
पूछूँगा मैं राम से,
sushil sarna
प्रभु शुभ कीजिए परिवेश
प्रभु शुभ कीजिए परिवेश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कृष्ण सुदामा मित्रता,
कृष्ण सुदामा मित्रता,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*सीखा सब आकर यहीं, थोड़ा-थोड़ा ज्ञान (कुंडलिया)*
*सीखा सब आकर यहीं, थोड़ा-थोड़ा ज्ञान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रखो कितनी भी शराफत वफा सादगी
रखो कितनी भी शराफत वफा सादगी
Mahesh Tiwari 'Ayan'
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
आर.एस. 'प्रीतम'
सभी मां बाप को सादर समर्पित 🌹🙏
सभी मां बाप को सादर समर्पित 🌹🙏
सत्य कुमार प्रेमी
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की कविता विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
मेरी कलम......
मेरी कलम......
Naushaba Suriya
2322.पूर्णिका
2322.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
किसी से प्यार, हमने भी किया था थोड़ा - थोड़ा
किसी से प्यार, हमने भी किया था थोड़ा - थोड़ा
The_dk_poetry
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
Basant Bhagawan Roy
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...