तुम हारिये ना हिम्मत
खुशियाँ मिलेगी तुमको एक दिन।
तुम हारिये ना हिम्मत, तुम हारिये ना हिम्मत।।
होगा जीवन रोशन तुम्हारा एक दिन।
तुम हारिये ना हिम्मत, तुम हारिये ना हिम्मत।।
खुशियाँ मिलेगी तुमको———————।।
इस दुनिया में लोग बहुरंगी है।
और सोच है हर किसी की अजीब।।
होगी किसी की नजरें तुझपे बुरी।
होंगे कुछ तो तुम्हारे दिल के करीब।।
होंगे बुलन्द सितारें तुम्हारे एक दिन।
तुम हारिये ना हिम्मत, तुम हारिये ना हिम्मत।।
खुशियाँ मिलेगी तुमको——————–।।
कांटें भी होंगे तुम्हारी राहों में।
लेकिन उदास तुमको नहीं होना है।।
होगा खड़ा पहाड़ तुम्हारी मंजिल में।
लेकिन निराश तुमको नहीं होना है।।
मंजिल मिलेगी तुमको एक दिन।
तुम हारिये ना हिम्मत, तुम हारिये ना हिम्मत।।
खुशियाँ मिलेगी तुमको—————–।।
नहीं साथ दे तुम्हारा जब परिवार भी।
ऐसे में ऑंसू तुम कभी बहाना नहीं।।
सुख और दुःख जीवन की कसौटी है।
लेकिन तुम अपनी बाजी हारना नहीं।।
तुम भी बनोगे विजेता सच एक दिन।
तुम हारिये ना हिम्मत, तुम हारिये ना हिम्मत।।
खुशियाँ मिलेगी तुमको———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)