Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2019 · 1 min read

तुम पे जो मैंने गीत लिखे

बिखेर चली तुम साज मेरा !
अब कैसे गीत गाऊँ मैं !!
तुमने ही जो ठुकरा दिया
अब किस से प्रीत लगाऊं मैं !!

सूना -सूना सब तुम बिन
रात अँधेरी फीके दिन !
तुम पे जो मैंने गीत लिखे
किसको आज सुनाऊँ मैं!!

बिखरी – बिखरी सब आशाएं
घेरे मुझको घोर निराशाएं !
नौका जो छूट गई हैं मुझसे
अब कैसे साहिल पाऊँ मैं!!

रूठे स्वर ,रूठी मन -वीणा
मुश्किल हुआ तन्हा जीना !
कहो कविते! अब तुम बिन
कैसे आज गुनगुनाऊँ मैं!!

सताती हर पल तेरी यादें
बीता मौसम , बीता बातें !
टूटी कसमें ,टूटे सब वादें
किस पे आज मर जाऊं मैं!!

✍ सत्यवान सौरभ

ईमेल: satywanverma333@gmail.com
कांटेक्ट: परी वाटिका, कौशल्या भवन , बरवा (सिवानी) भिवानी, हरयाणा – 127045
मोबाइल :9466526148,01255281381

Language: Hindi
Tag: गीत
10 Likes · 7 Comments · 305 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छटपटाता रहता है आम इंसान
छटपटाता रहता है आम इंसान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
International Hindi Day
International Hindi Day
Tushar Jagawat
जीवन समर्पित करदो.!
जीवन समर्पित करदो.!
Prabhudayal Raniwal
मिसाल (कविता)
मिसाल (कविता)
Kanchan Khanna
इश्क़
इश्क़
हिमांशु Kulshrestha
हर सुबह जन्म लेकर,रात को खत्म हो जाती हूं
हर सुबह जन्म लेकर,रात को खत्म हो जाती हूं
Pramila sultan
वक्त ए रूखसती पर उसने पीछे मुड़ के देखा था
वक्त ए रूखसती पर उसने पीछे मुड़ के देखा था
Shweta Soni
कैसे अम्बर तक जाओगे
कैसे अम्बर तक जाओगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दिलरुबा जे रहे
दिलरुबा जे रहे
Shekhar Chandra Mitra
"मेरी बेटी है नंदिनी"
Ekta chitrangini
यह प्यार झूठा है
यह प्यार झूठा है
gurudeenverma198
आप वो नहीं है जो आप खुद को समझते है बल्कि आप वही जो दुनिया आ
आप वो नहीं है जो आप खुद को समझते है बल्कि आप वही जो दुनिया आ
Rj Anand Prajapati
कविता: स्कूल मेरी शान है
कविता: स्कूल मेरी शान है
Rajesh Kumar Arjun
कविता
कविता
Rambali Mishra
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
surenderpal vaidya
कैसी लगी है होड़
कैसी लगी है होड़
Sûrëkhâ Rãthí
"खासियत"
Dr. Kishan tandon kranti
जाने क्यूं मुझ पर से
जाने क्यूं मुझ पर से
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
निर्मेष के दोहे
निर्मेष के दोहे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
चारु कात देख दुनियाँ के सोचि रहल छी ठाड़ भेल ,की छल की भऽ गेल
चारु कात देख दुनियाँ के सोचि रहल छी ठाड़ भेल ,की छल की भऽ गेल
DrLakshman Jha Parimal
कृपया सावधान रहें !
कृपया सावधान रहें !
Anand Kumar
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
काव्य-अनुभव और काव्य-अनुभूति
कवि रमेशराज
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ख़्वाब सजाना नहीं है।
ख़्वाब सजाना नहीं है।
Anil "Aadarsh"
*वट का वृक्ष सदा से सात्विक,फल अद्भुत शुभ दाता (गीत)*
*वट का वृक्ष सदा से सात्विक,फल अद्भुत शुभ दाता (गीत)*
Ravi Prakash
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
■ आंसू माने भेदिया।
■ आंसू माने भेदिया।
*Author प्रणय प्रभात*
ना कोई संत, न भक्त, ना कोई ज्ञानी हूँ,
ना कोई संत, न भक्त, ना कोई ज्ञानी हूँ,
डी. के. निवातिया
पहला प्यार
पहला प्यार
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...