Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2023 · 1 min read

छटपटाता रहता है आम इंसान

भारत जैसे देश में
रंगीन दिन की बात
वैसे जैसे कोई छेड़ दे
कोई जख्म अकस्मात
राजधानी दिल्ली अभी
प्रदूषण से रही हैं हांफ
यमुना वर्षों से सरेआम
उगल रही पीड़ा के झाग
सत्तानशीं, हुक्मरानों को
सूझी नहीं युक्तिपूर्ण राह
फिर भला कैसे दिखेगा
आम आदमी में उत्साह
अजब पशोपेश में दिखते
हैं लोकतंत्र के तीनों स्तंभ
देश हित के लिए कड़े फैसले
लेने में भी करते खूब विलंब
सबको सिर्फ अपनी जरूरतों
सुविधाओं का ही रहता ध्यान
ऐसे में हाशिए पर पड़ा बेबस
छटपटाता रहता है आम इंसान
हे ईश्वर मेरे देश के कर्णधारों के
नयनों को दो समुचित ज्योति
ताकि उन्हें दिखाई दे पीड़ाओं
में उलझे आम आदमी की दुर्गति

Language: Hindi
1 Like · 86 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
gurudeenverma198
पाने को गुरु की कृपा
पाने को गुरु की कृपा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
एहसास
एहसास
Vandna thakur
Kabhi kabhi
Kabhi kabhi
Vandana maurya
कुपुत्र
कुपुत्र
Sanjay ' शून्य'
इंसानियत का कत्ल
इंसानियत का कत्ल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
समय बदल रहा है..
समय बदल रहा है..
ओनिका सेतिया 'अनु '
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
वक्त से पहले..
वक्त से पहले..
Harminder Kaur
नकलची बच्चा
नकलची बच्चा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
Pramila sultan
ସେହି ଫୁଲ ଠାରୁ ଅଧିକ
ସେହି ଫୁଲ ଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
शेष न बचा
शेष न बचा
Er. Sanjay Shrivastava
तूणीर (श्रेष्ठ काव्य रचनाएँ)
तूणीर (श्रेष्ठ काव्य रचनाएँ)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नदियां
नदियां
manjula chauhan
हिंदी क्या है
हिंदी क्या है
Ravi Shukla
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
बखान गुरु महिमा की,
बखान गुरु महिमा की,
Yogendra Chaturwedi
*श्रम से पीछे कब रही, नारी महिमावान (कुंडलिया)*
*श्रम से पीछे कब रही, नारी महिमावान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ख़्वाब सजाना नहीं है।
ख़्वाब सजाना नहीं है।
Anil "Aadarsh"
दूर रह कर सीखा, नजदीकियां क्या है।
दूर रह कर सीखा, नजदीकियां क्या है।
Surinder blackpen
ऐ सावन अब आ जाना
ऐ सावन अब आ जाना
Saraswati Bajpai
3312.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3312.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
अगर, आप सही है
अगर, आप सही है
Bhupendra Rawat
R J Meditation Centre, Darbhanga
R J Meditation Centre, Darbhanga
Ravikesh Jha
"नए पुराने नाम"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-291💐
💐प्रेम कौतुक-291💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
बड़ी दूर तक याद आते हैं,
बड़ी दूर तक याद आते हैं,
शेखर सिंह
#ekabodhbalak
#ekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...