मिल जाते हैं राहों में वे अकसर ही आजकल।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
रामायण में भाभी "माँ" के समान और महाभारत में भाभी "पत्नी" के
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
धारा छंद 29 मात्रा , मापनी मुक्त मात्रिक छंद , 15 - 14 , यति गाल , पदांत गा
!! यह तो सर गद्दारी है !!
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
छोड़ जाते नही पास आते अगर
अपार ज्ञान का समंदर है "शंकर"
आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान।
*अंतर्मन में राम जी, रहिए सदा विराज (कुंडलिया)*
💐प्रेम कौतुक-419💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी आँख में झाँककर देखिये तो जरा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जानते हो मेरे जीवन की किताब का जैसे प्रथम प्रहर चल रहा हो और
बस इतना सा दे अलहदाई का नज़राना,