Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2017 · 2 min read

तुमसे ही सवाल क्यूँ ?

जय जवान जय किसान
दोनों आज बेहाल हैं
एक सीमा पर खड़ा है
दूजा खेत में ड़टा है
अन्न और रक्षा से ही
देश आज भी खड़ा है
देश के जवानों की
वेतन इतनी कम है क्यूँ ?
अन्नदाता आत्महत्या और
भुखमरी का शिकार क्यूँ ?
सबका साथ सबका विकास
इसका उल्टा दिखता क्यूँ ?
फिर तुम मुझसे क्यूँ पूछते हो
तुमसे ही सवाल क्यूँ …..?

यह तो गर्व का विषय है
हिन्द नौजवान है
आज दशा देखकर
सत्ता से सवाल है
पीएम साहब कहते हो कि
मै तो पहरेदार हूँ
पढ़ लिखकर नौजवान
ज्यादातर बेरोजगार क्यूँ ?
तुम तो कहते हो कि ये
गरीबों की सरकार है
फिर गरीब अमीर में दूरियाँ
लगातार बढ़ रही हैं क्यूँ ?
फिर तुम मुझसे क्यूँ पूछते हो
तुमसे ही सवाल क्यूँ …..?

अन्ना जी के आन्दोलन की
रोज दुहाई देते थे
लोकपाल के तरफदार बन
खुद को गाँधीवादी कहते थे
सत्ता में जब आऊँगा तो
जन लोकपाल बनाऊँगा
हिन्दुस्तान के हर खाते में
पन्द्रह लाख भेजवाऊँगा
बीत चले इन तीन बरस में
तुम अपने वादे भूल गए
ललित मोदी और माल्या पर
कार्यवाही क्यूँ न कर पाए तुम ?
फिर तुम मुझसे क्यूँ पूछते हो
तुमसे ही सवाल क्यूँ …..?

लोकतंत्र का चौथा खम्भा
भी अब बिकता दिख रहा है
सस्ती लोकप्रियता पर आज
सत्ता का सिरमौर खड़ा है
मै तो छोटी कलमकार हूँ
सच पर मरने वाली हूँ
कलम प्रथा की मर्यादा को
कायम रखनें वाली हूँ
नहीं चाहिए वाह मुझे इन
चोरों और लुटेरों से
गर तुम कर न सकते हो तो
जुम्लेबाजी करते क्यूँ ?
फिर तुम मुझसे क्यूँ पूछते हो
तुमसे ही सवाल क्यूँ …..?

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 533 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🙅आज🙅
🙅आज🙅
*प्रणय*
एक तो धर्म की ओढनी
एक तो धर्म की ओढनी
Mahender Singh
शीर्षक: ख्याल
शीर्षक: ख्याल
Harminder Kaur
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान
Dr.Pratibha Prakash
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
न चिंता आज की करों न कल की।
न चिंता आज की करों न कल की।
Rj Anand Prajapati
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" सैल्यूट "
Dr. Kishan tandon kranti
काश हम भी दिल के अंदर झांक लेते,
काश हम भी दिल के अंदर झांक लेते,
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मंद बुद्धि
मंद बुद्धि
Shashi Mahajan
#सूर्य जैसा तेज तेरा
#सूर्य जैसा तेज तेरा
Radheshyam Khatik
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
जरूरत पड़ने पर बहाना और बुरे वक्त में ताना,
जरूरत पड़ने पर बहाना और बुरे वक्त में ताना,
Ranjeet kumar patre
*धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?*
*धर्म के नाम पर झगड़ा क्यों?*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
2862.*पूर्णिका*
2862.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ।
डाल-डाल तुम होकर आओ, पात-पात मैं आता हूँ।
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
जल प्रदूषण दुःख की है खबर
जल प्रदूषण दुःख की है खबर
Buddha Prakash
रोशनी से तेरी वहां चांद  रूठा बैठा है
रोशनी से तेरी वहां चांद रूठा बैठा है
Virendra kumar
क्रोध...
क्रोध...
ओंकार मिश्र
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
हर इंसान वो रिश्ता खोता ही है,
हर इंसान वो रिश्ता खोता ही है,
Rekha khichi
आज  कई  परेशानियों से घिरा हुआ इंसान।
आज कई परेशानियों से घिरा हुआ इंसान।
Ajit Kumar "Karn"
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
मुनाफे में भी घाटा क्यों करें हम।
सत्य कुमार प्रेमी
रोज रात जिन्दगी
रोज रात जिन्दगी
Ragini Kumari
उस्ताद नहीं होता
उस्ताद नहीं होता
Dr fauzia Naseem shad
ख्वाब टूट जाते हैं
ख्वाब टूट जाते हैं
VINOD CHAUHAN
In the end, we always regret the choices we didn’t make, the
In the end, we always regret the choices we didn’t make, the
पूर्वार्थ
मन का सावन आँख से,
मन का सावन आँख से,
sushil sarna
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
Manisha Manjari
हम क्यूं लिखें
हम क्यूं लिखें
Lovi Mishra
Loading...